ये नौनिहाल हैं जो आगे बढ़ रहे हैं, नए हाथ से वर्तमान गढ़ रहे है... ये नौनिहाल हैं जो आगे बढ़ रहे हैं, नए हाथ से वर्तमान गढ़ रहे है...
भारत कहिए या मानव सभ्यता केंद्र, भारतीयता कहिए या जीने की कला। जीने की कला जो माँ सदियों से हमे... भारत कहिए या मानव सभ्यता केंद्र, भारतीयता कहिए या जीने की कला। जीने की कला ज...
आम था , आम हूँ , आम रह गया इस राह में ! भविष्य जब आता है , आँखें नहीं मिला पाता हूँ ! टूटता जब त... आम था , आम हूँ , आम रह गया इस राह में ! भविष्य जब आता है , आँखें नहीं मिला पा...
कल्पना ही स्त्री का सौंदर्य है कल्पना ही इस शरीर में जान है, कल्पना ही मस्तिष्क का ज्ञान है, ये कल्प... कल्पना ही स्त्री का सौंदर्य है कल्पना ही इस शरीर में जान है, कल्पना ही मस्तिष्क ...
सीता की अग्नि परीक्षा कब तक ? होगी खत्म, जवाब चाहती हूँ। सीता की अग्नि परीक्षा कब तक ? होगी खत्म, जवाब चाहती हूँ।